जब दुनिया झूमती है रमता हँसता है ये जहान,मेरा मन तेरी याद में खो जाता है माँ।कोई मूर्ति में खोजे तुझे, कोई निराकार में —पर तू तो चेतना है, हर श्वास में, हर प्राण में। कभी चाँद बन चमकती है, कभी सूरज बन जागती है,माँ, तू ही तो है जो मेरी आत्मा में संवाद करती है। भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत, रमता झूमता गावे दुनियां मुझे याद तेरी आता, Ramata Jhoomata Gaave Duniyaan Mujhe Yaad Teree Aata, Writer ✍️ #Halendra Prasad
#Ramata Jhoomata Gaave Duniyaan Mujhe Yaad Teree Aata
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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की मईया कैसा है जमाना मुझे समझ ना आता
रमता झूमता गावे दुनियां मुझे याद तेरी आता
कोई मूर्ति पूजा करे कोई कहे पत्थर
श्रद्धा का उमंग सबमें भर दिया है रक्षक
ध्यान में आती हो जब तुम सामने रहती हो
जाग्रत करके चेतना को तुम भीतर से कहती हो
की मईया कैसा है जमाना मुझे समझ ना आता
रमता झूमता गावे दुनियां मुझे याद तेरी आता
मन को एकाग्र करदे भावनाओं को शुद्ध
आत्मिक ऊर्जा में भरदे फुर्ती का सब रूप
ऋष मुनियों ने तुझे मूर्ति में सजाया
पत्थर को चेतना कहकर मन में बसाया
सच्ची श्रद्धा की पूजा साधक को बुलाती है
जिसका कोई रूप ना है उसका स्वरूप को दिखाती है
की मईया कैसा है जमाना मुझे समझ ना आता
रमता झूमता गावे दुनियां मुझे याद तेरी आता
ज्ञान विज्ञान ध्यान पूजा भावना है
आत्मा जुड़ा है इससे आत्मा में रहता है
आत्मिक विकाश करती आत्मा में रहती तू
अध्यात्म का तू रूप देखा सशक्त से पुकारती तू
कभी चांद बनकर आती कभी सूरज बनती है
आंखों के भीतर रहकर दिल से मेरा कहती है
की मईया कैसा है जमाना मुझे समझ ना आता
रमता झूमता गावे दुनियां मुझे याद तेरी आता
मेरे सपनों में आती मुझको सुलाती
सर पे हाथ रखकर माँ आँचल को वोढाती
अपना बनाई मुझको दिल में बसाई है
प्रेम का ये जादू मईया मुझमें समाई है
मेरे ज़ख्मों तूने समझा है अपना
पोछ दिया आंसू मेरा दिल के घर में आई सपना
की मईया कैसा है जमाना मुझे समझ ना आता
रमता झूमता गावे दुनियां मुझे याद तेरी आता
गीत =} #रमता झूमता गावे दुनियां मुझे याद तेरी आता
#Ramata Jhoomata Gaave Duniyaan Mujhe Yaad Teree Aata
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