भावपूर्ण और आत्मा से उपजा हुआ गीत यह गीत केवल माँ के प्रति प्रेम का नहीं, बल्कि भक्त और ईश्वर के बीच के आध्यात्मिक बन्धन का भी जीवंत प्रतीक है।भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत, मेरे प्रेम की तू बावरी भुलाती ना मोर ध्यान मईया, Mere Prem Ki Tu Bavari Bhulati Na Mor Dhan Maiya, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
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कठिन प्रेम का कठिन बन्धन है कठिन जीवन की चाहत
प्रेम बड़ा दुःख दाई मुक्ति निज जीवन की राहत
व्यापार की राह पर चल पड़ा है प्रेम की सब डोरे
कहता जीवन मुक्त रहो तुम प्रेम बड़ा अब डाहे
तू रखती मुझको सदा अपने आँचल में छुपकर मईया
मेरे प्रेम की तू बावरी भुलाती ना मोर ध्यान मईया
कितना कठिन है तेरे प्रेम का ये बन्धन
जग से अनमोल है तेरी आँचल का समन्दर
झेल नहीं पाता गम मैं तुझको पुकारु
पत्थर का जिगर करदे तुझको दुलारू
चाहत की आघातों ने मुझे छलनी कर दिया है
मारेना बन्दूक से मुझे मांगो से घायल कर दिया ऐ
तू रखती मुझको सदा अपने आँचल में छुपकर मईया
मेरे प्रेम की तू बावरी भुलाती ना मोर ध्यान मईया
सोचता हूँ मै तुझे भूल ना जाऊ कभी
छोड़ ना देना मुझे टूट ना जाऊ कभी
सुई सी चुभन ने मुझको बार बार दबाया
अपनी चुभन से मुझको धरती पर गिराया
संग संगत का असर अजीब चुभे
बदला की बातों ने बगावत करी ढूंढे
सम्भव मुमकिन ना अब उस दौर में मैं जाऊं
लौट आया देखकर जन्नत दुबारा ना बुलाऊं
तू रखती मुझको सदा अपने आँचल में छुपकर मईया
मेरे प्रेम की तू बावरी भुलाती ना मोर ध्यान मईया
दिन पर दिन बीतते जाते उम्र ढलती जाती
आँखों की रोशनी में अब अंधेरा छाकर आती
तू मुझे बुलाए ना या मैं तुझे बुलाऊं ना
शान्ति की सरहद पे मुझे याद आए तू
मेरे मन में जो कुछ आता तुझसे बताता हूँ
मन जैसा कहता मैं वहीं तुमको सुनता हूँ
राह तेरी ओर मेरी रूक नहीं पाता मैं
देखता है प्रेम तेरी कुछ नहीं कह पाता है
तू रखती मुझको सदा अपने आँचल में छुपकर मईया
मेरे प्रेम की तू बावरी भुलाती ना मोर ध्यान मईया
गीत=} #मेरे प्रेम की तू बावरी भुलाती ना मोर ध्यान मईया #Mere Prem Ki Tu Bavari Bhulati Na Mor Dhan Maiya
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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