भावनात्मक और आध्यात्मिक गहराइयों से भरा हुआ आत्मिक द्वंद्वों में व्यक्त गीत भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत, मईया मौन है ये मुखड़ा मै बताऊं कैसे, Maaya Maun Hai Ye Mukhada Mai Bataoon Kaise, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
गीत =} #मईया मौन है ये मुखड़ा मै बताऊं कैसे
#Maaya Maun Hai Ye Mukhada Mai Bataoon Kaise
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Hriday_Meri_Maa❤️🙏
गाकर गाना हमने पूरा किया जीवन का वो साध गुरुजी
शेष रह गया अधूरा मेरे मन का दुसाध्य गुरुजी
यही प्रतिपाल मन में बार बार आता है
विचारों को मोड़ देता हलफा मचाता है
रुक जाता स्वर रह रह रुकना जो चाहे ना
ध्वनी के अभाव में शान्ति कुछ कहे ना
बाजती है मन की वीणा हृदय को सुनाती
व्यर्थ में वो थाहे मन को दिल को लुभाती
गाकर गाना हमने पूरा किया जीवन का वो साध गुरुजी
शेष रह गया अधूरा मेरे मन का दुसाध्य गुरुजी
तारों का आघात अब दिल को विचलाता है
मधुमय के स्वर में गा कर हृदय को जलाता है
बीत गए बरसों बर्ष छोड़ गया आसमा
बिजुरी बनकर गिरता है जलाता है धर्मात्मा
सबसे महान है जो छिपा रहता अम्बर में
चुप रहता है छूपकर जीवन के समन्दर में
मैने तुमको देख जब याद आई विरहन
तेरे सरण में गुरुवर मुझे डाल गई तड़पन
गाकर गाना हमने पूरा किया जीवन का वो साध गुरुजी
शेष रह गया अधूरा मेरे मन का दुसाध्य गुरुजी
रुक गया आलाप जब शान्ति ने बोला
सूखचैन अमनचैन सुकून का है बेला
रोक दिया हलचल मनका जीवन को साधकर
मन भावन आज्ञा दिया ध्यान में उतार कर
जिन्दगी की दीनता ये खिन्नता लेकर आई थी
अपने अधीन करके दरिद्रता पैठाई थी
वीणा की तारों पर जब छाया विनमता
आग को बुझा दिया पानी की शालीनता
गाकर गाना हमने पूरा किया जीवन का वो साध गुरुजी
शेष रह गया अधूरा मेरे मन का दुसाध्य गुरुजी
गीत =} मईया मौन है ये मुखड़ा मै बताऊं कैसे
#Maaya Maun Hai Ye Mukhada Mai Bataoon Kaise
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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