बहुत सुंदर और गहन भावनाओं से लिखा गया गीत झूठे आडंबर, दौलत की अंधी दौड़, और नैतिक मूल्यों के पतन पर और दोहरे चरित्र तथा संसार की माया की कठोर सच्चाई पर एक गहरी दृष्टि, भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत, कैसी झूठी है ये दुनियां मन में छल कपट रखती, Kaisee Jhuthi Hai Ye Duniyaan Man Mein Chhal Kapat Rakhati, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
गीत =} #कैसी झूठी है ये दुनियां मन में छल कपट रखती
#Kaisee Jhuthi Hai Ye Duniyaan Man Mein Chhal Kapat Rakhati
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Hriday_Meri_Maa❤️🙏
कैसी झूठी है ये दुनियां मन में छल कपट रखती
रखती हृदय बीच दौलत आँख में शरम रखती
मान सम्मान मांगती मांगती है खुशियां
मन भावना में डूबकर बन जाती दुखिया
निर्मल प्रेम को अब निर्मल ना समझे
मन के मलाल में वो हक मांगी धधके
भागे भागे फिरते है दुनियां संसार में
भगवन से मांगते दौलत खुशी के बहार में
कैसी झूठी है ये दुनियां मन में छल कपट रखती
रखती हृदय बीच दौलत आँख में शरम रखती
इस दुनियां को जिसने दिल से अपनाया
उस दुनियां में जाकर अपना घर बसाया
पाप पुण्य क्या है यहां सत्य और असत्य क्या
धर्म धारणा का रीति धर्म का असर क्या
पल पल बदलता मन ये पल पल दिखाता
रोशनी चमक का दौलत आँखों में बसाता
मन पे मुहर को डालकर भाग दौड़ कराता जब
थक जाता तन मन राह में सबको दुखता मन
कैसी झूठी है ये दुनियां मन में छल कपट रखती
रखती हृदय बीच दौलत आँख में शरम रखती
दुनियां का एतबार करता कौन इस जहां में
भरता है झोली अपना सुख की हवा में
दौलत की याद भी कैसी दिन दिखाती
राजा को रंक कर दे प्रजा को भटकाती
दिल भी तरसने लगता मन भी तरसता
प्यासी आँखों को देखकर प्यास भी तड़पता
मन की मदहोशियो ने मन को पिरोया
घेर दया लाकर जंग में जंग ने भी रोया
कैसी झूठी है ये दुनियां मन में छल कपट रखती
रखती हृदय बीच दौलत आँख में शरम रखती
गीत =} #कैसी झूठी है ये दुनियां मन में छल कपट रखती
#Kaisee Jhuthi Hai Ye Duniyaan Man Mein Chhal Kapat Rakhati
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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