जब भक्त स्वयं को खोया हुआ महसूस करता है तब माँ की गोद में शांति, स्नेह और उद्धार की याचना करते हुए और माँ के स्नेहिल सान्निध्य की अभिलाषा रखते हुए भक्त अपने माँ से गहरी तड़प, करुणा और भक्ति का सजीव चित्रण का संवाद रखते हुए माँ को पुकारता है, भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत, आजा तुझको पुकारे मेरा दिल बावरा, Aaja Tujhe Pukare Mera Dil Baavara, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
गीत =} #आजा तुझको पुकारे मेरा दिल बावरा
#Aaja Tujhe Pukare Mera Dil Baavara
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
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आजा आजा रे माई आजा आजा रे
आजा तुझको पुकारे मेरा दिल बावरा आजा आजा रे
सुन इसकी पुकार बात मान ना हमार
लेकर आया तेरे पास कर इसकी उद्धार
तूही सबकी विधाता सबकी नजरों की माता
देदे अब तू सहारा नाजुक मन है हमारा
आती ख्यालों में मेरे रहती दिल को घेरे
भूले आँखों को ना तू तूही है माँ काली
आजा आजा रे माई आजा आजा रे
आजा तुझको पुकार मेरा दिल बावरा आजा आजा रे
अदृश्य जगह ने घेरा मुझको दिखता ना मुझे राह तेरी
दुनियां की ये रीति नीति जार दिया है घर मेरी
हर वक्त तुम्हारी यादों में मैं पल पल राह निहरू
ममता की तू दिन दयालु गोद तेरा मैं मांगू
सिने से लगाकर इक रोज मुझे तू पाला
कृपा कृपालु मात भवानी तुझसे भगवन हारा
जो भक्त तेरी चरणों से लिपट गया उसे तू प्रेम करे
ठुकराना पाती उन भक्तों को जिसने तेरी चरण धरे
आजा आजा रे माई आजा आजा रे
आजा तुझको पुकार मेरा दिल बावरा आजा आजा रे
मछली जैसा हाल हुआ है तड़प रहा संयोग बिना
मर जाती है मछली एक दिन पानी के लगाव बिना
हष्ट पुष्ट ये जीवन अब दुबला पतला कमजोर हुआ
वियोग हुआ तेरी आँचल का तन मन में ज़ख्मका रोग हुआ
मूर्खों जैसी हाल मेरी है दान मदद का जोर नहीं
चाह रहा हूँ साथ तेरी मैं जीवन का कोई डोर नहीं
टकराकर चकना चूर हो जाऊ वक्त हमारा बोला है
तरस रही है अखियां मेरी दर्शन को मन डोला है
आजा आजा रे माई आजा आजा रे
आजा तुझको पुकार मेरा दिल बावरा आजा आजा रे
गीत =} #आजा तुझको पुकारे मेरा दिल बावरा
#Aaja Tujhe Pukare Mera Dil Baavara
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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