भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत,माँ की शरण में वेदमाता का सहारा, Maa Ki Sharan Men Vedmata Kaa Sahara, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
गीत =} #माँ की शरण में वेदमाता का सहारा
#Maa Ki Sharan Men Vedmata Kaa Sahara
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Hriday_Meri_Maa❤️🙏
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छोड़ दे रूबरू की फिकर गुफ्तगू भी अब चुप हो गई
जरूरत की आंधी चली और हैसियत मजबूर हो गई
कल जो इतरा रहे थे वो खरीदार निकले
आंसुओं की व्यापार में वो करार नाम निकले
साफ सुथरा दिल रखकर तुम अब क्या करोगे
धन की ताकत बड़ी नशीली है जहर भरोगे
जीने ना दे कमियां इसकी पूरा ना हो मन
मजबूर बना देती इसकी भरम
बहुते लाचार करती दिलको दौड़ाती है
प्यास में भी तड़पे तन मुंह को सुखाती है
मगरुर कर देती जब पास आती
धोखा में रख कर अजबे चिल्लाती
कुछ ना समझने दे सब कुछ भरम में
भेदभाव करती है कुछ ना शर्म में
साफ सुथरा दिल रखकर तुम अब क्या करोगे
धन की ताकत बड़ी नशीली है जहर भरोगे
जीवन में किसको क्या हो जाएगा
कोई ना जाने कब कौन सोजाएगा
विधि का विधान सब बनाया है विधि
कोई राजा कोई रंक कोई रिद्धि
कुशलता की कमाना करता अब कौन
पाला हृदय में धन हो गया मौन
ये दिमागों की शक्ति बड़ा ही कठोर है
सम्पत्ति के खातीर बनता कमजोर है
सोच में डूबता है जैसे डूब जाती नैया
बन जाता वैसा जैसे डूबता ना खेवैया
साफ सुथरा दिल रखकर तुम अब क्या करोगे
धन की ताकत बड़ी नशीली है जहर भरोगे
हुनर का सहारा कैसे खुद पे भरोसा ना
कैसा है साथी साथ जाता अकेला
गिर कर तुम देखो उठाने ना आए कोई
पड़े तुम रहोगे छूने न आए कोई
मेरी माँ है वेदमाता दिल की है नरमी
जो याद करता सहारे में दौड़ी
हिम्मत बढ़ती है बहादुरी सिखाती
कष्टों से लड़ने खुद दौड़ी आती
बदले माँ मौसम बदले जमाना
आँचल में ढाक कर खिलाती है खाना
साफ सुथरा दिल रखकर तुम अब क्या करोगे
धन की ताकत बड़ी नशीली है जहर भरोगे
गीत =} #माँ की शरण में वेदमाता का सहारा
#Maa Ki Sharan Men Vedmata Kaa Sahara
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