भावनात्मक और आध्यात्मिक अभिव्यक्ति रचना भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत,जिन्दगी की अंधेरा में रात कट रही है, Jindagi Kee Anedhera Mein Raat Kat Rahee Hai, Writer ✍️ #Halendra Prasad
गीत =} #जिन्दगी की अंधेरा में रात कट रही है
#Jindagi Kee Anedhera Mein Raat Kat Rahee Hai
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Hriday_Meri_Maa❤️🙏
ढोएगा कौन तीरे भार अब नौका ना रहा
तेजा प्राण तेरे गम में अब तो जिंदा ना रहा
सामने ना आए अब तेरी आंखों में
भयभीत किया छल तेरा तेरी बाहों ने
देखो ना अब पीछे तुम साम ढल गई है
जिन्दगी अंधेरा हुआ रात कट रही है
ढोएगा कौन तीरे भार अब नौका ना रहा
तेजा प्राण तेरे गम में अब तो जिंदा ना रहा
कोई नहीं साथ में मेरा कोई नहीं पास में
ढो रहा है भार जीवन जिंदगी के रात में
सिर पर जो भार था वो गम का विषाद था
रख दिया लाकर उसको जो भी विनाश
दुख पीड़ा शोक व्यथा किसको सुनाऊंगा
मार दिया जिसने मुझे उसे ना बुलाऊंगा
ढएगा कौन तीरे भार अब नौका ना रहा
तेजा प्राण तेरे गम में अब तो जिंदा ना रहा
चाहतों की चाह ने जो मार दिया मुझको
बेचा ना वो धरती मैं जो चाही दिल से मुझको
हार मेरा देखके लोग हंसते मुस्काते है
बैठा हूँ मैं रबके घर में जिसे ना देख पाते है
मौत ने ना मारा मुझे मौत ने ना पूछा
गया था मैं उसकें घर उसने मुझे बुझा
ढोएगा कौन तीरे भार अब नौका ना रहा
तेजा प्राण तेरे गम में अब तो जिंदा ना रहा
गीत =} #जिन्दगी की अंधेरा में रात कट रही है
#Jindagi Kee Anedhera Mein Raat Kat Rahee Hai
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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