भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत, भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना, Bharke Prano Men Sudh He Dev Aaja Angana, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
गीत=} #भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना
#Bharke Prano Men Sudh He Dev Aaja Angana
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना
रहिया ताके चारों वोरिया देख दिल का भावना
आजा आंगना हे देव आजा आंगना
भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना
दुनियां संसार के लोग तुझको पुकारे
लेके हाथ में नारियल चुनरी तुमको पुजारे
कवियों की रचना में तू रच रच समाया है
देखने की चाहतों ने आंखों में बसाया है
सबको बता दे दिल खोल के दिखादे
मौन में पड़ा है जो भी उसको हंसा दे
भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना
रहिया ताके चारों वोरिया देख दिल का भावना
चुप जो रहता है उसका मुँह तो खुलवा दे
उसकी आवाज में उसकी गान को सुना दे
सबके मन को भाती है ये सृष्टि तुम्हारी
सागर के उत्थान पे दिखे जीवन सारी
पग पग पर रचती है भाषा की अनजानी
कोई मांगे पानी कोई मांगता कहानी
मीठी मीठी वाणीयों से तुझको बुलाता है
धूप अगरबत्तियों से तुझको जगाता है
देव महादेव तू तूही त्रिपुरारी
गले में विराजे नाग हे त्रि नेत्र धारी
मन को पवित्र करता दुर्भावना हटाता है
अंतःकरण को शुद्ध करके भाग्य जगाता है
भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना
रहिया ताके चारों वोरिया देख दिल का भावना
मारकर ठोकर लोग साफ दिल को जांचे
आंखों में जहर भरकर सपनों में आते
लाभ लोभ जीवन बना धन की हेरा फेरी
ज्ञान मान सम्मान सब बना जोराजोरी
कर्म का अधिकार अब कोई नाही समझे
फल चाहे चहकल दर दर भटके
दोस्ती की गणित सबको भाता ना सफर में
मन के मलाल में सवाल उठे तज के
खुद का यकीन भूलकर दूसरों को देखे
भूल जाता कर्म लोग धर्म बनके जूझे
भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना
रहिया ताके चारों वोरिया देख दिल का भावना
गीत=} #भरके प्राणों में सुधा हे देव आजा आंगना
#Bharke Prano Men Sudh He Dev Aaja Angana
Writer ✍️ #Halendra Prasad
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