भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन अर्चन गीत,ख्वाब आँखों में सजाकर मैं आया हूं तेरे द्वार भोला, Khwab Aankho Men Sajakar Mai Aaya Hun Tere Dwar Bhols, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
गीत=} #ख्वाब आँखों में सजाकर मैं आया हूं तेरे द्वार भोला
#Khwab Aankho Men Sajakar Mai Aaya Hun Tere Dwar Bhols
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
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ख्वाब आँखों में सजाकर मैं आया हूं तेरे द्वार भोला
कितने हसरतों को दिल में बसाया मैं प्यार भोला
थक कैसे जाऊ मैं अब वीणा जो उठाया है
मंजिलों की चाह में मैं तन मन लगाया है
कुछ ना आसान है जग में सब पे भीड़ भारी है
मुश्किलों से भरा पथ है जिंदगी कहानी है
आधे अधूरे मार्ग को कैसे छोड़ पाऊंगा
लिखना है जीवन जब तो कुछ तो दिखाऊंगा
नाम से तेरा ही मै तो कुछ भी कर पाता हूँ
हृदय में बसाकर मैं तो जंग लड़ पाता हूँ
ख्वाब आँखों में सजाकर मैं आया हूं तेरे द्वार भोला
कितने हसरतों को दिल में बसाया मैं प्यार भोला
बहुत कुछ बाकी है बहुत कुछ पाना है
सफर है कहानी सफर को दिखाना है
सच जिन्दगी है भोला लक्ष्य है जवानी
मान सम्मान फल है कर्म की दीवानी
कितने पन्ने को पलटा देखकर सच्चाई हो
मिला नहीं कुछ भी जगमें दर्द और रुसवाई को
पीड़ाओं का गुच्छा देखा धूल से ढका था
स्वयं के मन में पीड़ा थी पीड़ा ही खड़ा था
कोई हटाता था तो कोई बहलाता था
साम के समंदर में वो याद बनकर छाता था
ख्वाब आँखों में सजाकर मैं आया हूं तेरे द्वार भोला
कितने हसरतों को दिल में बसाया मैं प्यार भोला
रूह का उद्देश्य लेकर राह में चला जब
देखा उपवन में राग रागनी छिटकता तब
हिम्मत जुटाके खुद में आगे बढ़ता जाता
याद करता तुझको भोला नाम रटते जाता
बड़ी है निकम्मा दिल ये बार बार भटकता
आंखों को भटकता फिर अपने लटकता
इधर उधर जाता है कुछ ना ये पाता है
मंजिल से बिछड़कर भोला रास्ता भूल जाता है
कैसे संभालूं इसको कैसे मैं मनाऊं
ले कर आया पास तेरे तुझको बताऊं
ख्वाब आँखों में सजाकर मैं आया हूं तेरे द्वार भोला
कितने हसरतों को दिल में बसाया मैं प्यार भोला
गीत=} #ख्वाब आँखों में सजाकर मैं आया हूं तेरे द्वार भोला
#Khwab Aankho Men Sajakar Mai Aaya Hun Tere Dwar Bhols
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