शान्त स्नेह के पावन में क्यों अन्हार है भगवन, Shant Sneh Ke Pawan Men Kyo Anhar Hai Bhagawan, Writer ✍️ #Halendra Prasad,
गीत =} #शान्त स्नेह के पावन में क्यों अन्हार है भगवन
#Shant Sneh Ke Pawan Men Kyo Anhar Hai Bhagawan
Writer ✍️ #Halendra Prasad
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_हृदय_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Hridy_Meri_Maa❤️🙏
#MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️ #मेरेगीत- ♥️
दिल तुझको पुकारे अपना जिगर में बसा के भगवन
शान्त स्नेह के पावन में क्यों अन्हार है भगवन
शुद्ध पवित्र प्रेम पड़ा है अंधेरा में
रोशनी विफल हुआ सूर्य के बसेरा में
देख जरा आके तू अब कैसी है कहानी
दिन भी अंधेरा लागे आंख बीच पानी
कैसा है भरम ये भगवन कैसा ये शरम है
कैसी है प्रतिष्ठा इज्जत कैसी ये जन्म है
दिल तुझको पुकारे अपना जिगर में बसा के भगवन
शान्त स्नेह के पावन में क्यों अन्हार है भगवन
दिनका ये छोटा दुख थकान में बदलता
जीवन को महान करके आंखों में सहजता
पल पल मन को शांत करता सारा चीज दिखाता है
रूप रंग विशेषता सब सामने दिखाता है
कब आई निद्रा माता जान ना मै पाऊं
गोद में सुलाली मुझको देख ना मै पाऊं
बीत गई रातें सारी सूरज जब जगाया
रोशनी फैला के जग में मन को बहलाया
दिल तुझको पुकारे अपना जिगर में बसा के भगवन
शान्त स्नेह के पावन में क्यों अन्हार है भगवन
हे प्रभु जीवन दाता अजब तेरी दुनिया है
दौलत धन महान इसकी धुन हरमुनिया है
मुक्त करदो मुझको अब जग की जहां से
शोर ना मचाता अंधा अपनी वफ़ा से
कितना दयालु अंधा कैसी ये ईमान है
वाणी से विहीन है वो रात की संसार है
बाहरी दुनिया का जाल ये सुनकर वो बोला
प्राण को दिखादो भगवन यही दिल चोला
दिल तुझको पुकारे अपना जिगर में बसा के भगवन
शान्त स्नेह के पावन में क्यों अन्हार है भगवन
गीत =} #शान्त स्नेह के पावन में क्यों अन्हार है भगवन
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Writer ✍️ #Halendra Prasad
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