जड़ी बूटी ज्ञान के सागर से निकलती, Jadi Buti Gayn Ke Sagar Se Nikalti, Writer ✍️ #Halendra Prasad, भक्ति शक्ति आराधना प्रार्थना भजन कीर्तन गीत,
गीत =} #जड़ी बूटी ज्ञान के सागर से निकलती
#Jadi Buti Gayn Ke Sagar Se Nikalti
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_आशिक़ी_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Ashiki_Meri_Maa❤️🙏
#MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️ #मेरेगीत- ♥️
मईया तेरी ये दुनिया में कैसे फैला है अज्ञान का विवेक
सावधान होती क्यों ना तू माई आज के दरमियान
माया की जालिम विष तुझको बहलाता है
एक भी उतरता तो दूजा रोब जताता है
तेरी गुरु रूप मदारी ने महामंत्र पे छाया
कान के निकट हो कर डमरू बजाया
तेरी भक्ती माई कितनी सजीवनी है मिलती
जड़ी बूटी ज्ञान के सागर से निकलती
मईया तेरी ये दुनिया में कैसे फैला है अज्ञान का विवेक
सावधान होती क्यों ना तू माई आज के दरमियान
मरने से बचाया माता तूने ही मुझको
माया रूपी साप ने डसा जब मुझको
देह के अभिमान को ये खा गया कितना
कोई नही बचा मां जब छा गया सपना
साधु संगीत से बचके पुकारा सब तुझको
महामंत्र सजीवनी से बचके मन में बसाया माई तुझको
टूट गई निद्रा माई सुना जब गायत्री मंत्र
परम आनंदित हों कर भागा तब तेरे संग
मईया तेरी ये दुनिया में कैसे फैला है अज्ञान का विवेक
सावधान होती क्यों ना तू माई आज के दरमियान
तेरी यश का गीत गाऊ सबको सुनाऊं
अज्ञानी की मूर्च्छा में ज्ञान को पैठाऊ
महामंत्र की बात माई सबको सुनाऊं
दिल से मैं ध्यान करू तुझे ना भुलाउ
रहती तू पास मेरी जाती नही दूर मां
बस्ती है दिल में तू होता ना भरम मां
सबकुछ तूही माई तूही मेरी दुनिया
मन के फिकर माई तूही मोर हरमुनिया
मईया तेरी ये दुनिया में कैसे फैला है अज्ञान का विवेक
सावधान होती क्यों ना तू माई आज के दरमियान
गीत =} #जड़ी बूटी ज्ञान के सागर से निकलती
#Jadi Buti Gayn Ke Sagar Se Nikalti
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
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