उसकी बाहों में पड़कर वहम खो गया, Uski Baho Men Padkar Vaham Kho Gaya, Writer ✍️ #Halendra Prasad
गीत =} #उसकी बाहों में पड़कर वहम खो गया
#Uski Baho Men Padkar Vaham Kho Gaya
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_आशिक़ी_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Ashiki_Meri_Maa❤️🙏
#MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️ #मेरेगीत- ♥️
ढल गई जिन्दगी जैसे ढल कर आया साम है
गिले शिकवे भुलाकर देखो चांद आया पास है
लेकर आई खुशबू को महकते जुगुनू रात में
रूठा था जो ये दिल मुस्कुराने लगा
रंग बिरंगी फजल में फूलों सी वो गाने लगा
राजा रानी का प्यार था गुलाबों के जैसा
खिल रहे थे कमल कोमल अंगों में सितारों जैसा
ये हवा तू ना अब सोर कर मैं सुमन हो गया
उसकी बाहों में पड़ कर वहम खो गया
ढल गई जिन्दगी जैसे ढल कर आया साम है
गिले शिकवे भुलाकर देखो चांद आया पास है
। उग रहा है सूरज के जैसा गीत गाता आया
मैने देखा उसे वो रुला कर हसाता आया
रात रानी की ये रंग सबको सुलाता आया
खिल गए गुल बाहर वो सितम भी न था
वो भुला कर बोला कोई गम भी ना है
ये जहर था की था सादगी
मैं समझ ना पाता ये कैसी दिल लगी
आंखे कहती रही गम निकलती रही
पास आया तो सब कुछ सवरती कही
ढल गई जिन्दगी जैसे ढल कर आया साम है
गिले शिकवे भुलाकर देखो चांद आया पास है
बिकता है सब कुछ बिकते है सबलोग
दे कर पैगाम देखो ना मिलता है कोई दाम
लुटती है जमाना अब लूटते है सब लोग
एक हवा जो सबको जीवन ही देता
जुल्म देती सितम दिल खफा हो कहता
हर जगह मोड़ पर छल कपट होता है
चीख सुनता कोई सब बे फिकर होता है
मानो तुम ना मानो ये फिकर है सफर
चांद सूरज के घर में जहर है सफर
ढल गई जिन्दगी जैसे ढल कर आया साम है
गिले शिकवे भुलाकर देखो चांद आया पास है
गीत =} #उसकी बाहों में पड़कर वहम खो गया
#Uski Baho Men Padkar Vaham Kho Gaya
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
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