गंगा मां भक्ती श्रध्दा आराधना गीत, डरो ना तुम बातों से गंगा मां है साथो में, Daro Naa Tum Bato Se Ganga Maa Hai Satho Men, Writer ✍️ #Halendra Prasad
गीत =} #डरो ना तुम बातों से गंगा मां है साथो में
#Daro Naa Tum Bato Se Ganga Maa Hai Satho Men
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_आशिक़ी_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Ashiki_Meri_Maa❤️🙏
#MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️ #मेरेगीत- ♥️
की चला है आज सिंधु सागर से आनन्द के उफान सखियां
हिल डुल खीचकर लगा देगा अब नाव को उस पार सखियां
दुःख का ये बोझा जितना सबर हम धरेंगे
लहरे तीर को पार कर उस पार उतरेंगे
तरंगों को देखो तुम विचारों से विचरो
तजो प्राण का प्यार ये धरावो को समझो
डरो ना तुम बातों से गंगा मां है साथो में
करती रक्षा दुनियां की हमारे है यादों में
की चला है आज सिंधु सागर से आनन्द के उफान सखियां
हिल डुल खीचकर लगा देगा अब नाव को उस पार सखियां
किसने पुकारा पीछे से किसने मना किया
डर कर बताते हो तुम किसने बया किया
बैठा सुख तट पे सखा करे इंतजार को
भाग्य दुर्भाग्य होगा भयंकर ये डार को
गाता चलो गीत मां का रस्सी पकड़ लो
पार होगा नाव मेरा गंगा मां सुमिर लो
माता सबकी माता है जग की विधाता है
कोई कहे गंगा इनको कोई नदी बुलाता है
की चला है आज सिंधु सागर से आनन्द के उफान सखियां
हिल डुल खीचकर लगा देगा अब नाव को उस पार सखियां
शिव की जटा से आकर धरती पर पधारी है
ममता के सागर से मां दुनिया को सवारी है
तर जाता मन उनका लेता है जो नाम जी
तर जाते स्वर्ग लोक देता जब अरघ जी
पाप नाशनी है माता कष्ट निवर्णी
अमृत है ये जल इनका भीष्म की है मात्री
सत्य सुधा अमृत माता जीवन की भला करे
गंगा जमुना सरस्वती वेद भी बया करे
की चला है आज सिंधु सागर से आनन्द के उफान सखियां
हिल डुल खीचकर लगा देगा अब नाव को उस पार सखियां
गीत =} #डरो ना तुम बातों से गंगा मां है साथो में
#Daro Naa Tum Bato Se Ganga Maa Hai Satho Men
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
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