चमके सुरज के प्रकाश से हई गृहस्ती मईयाजी, Chamke Suraj Ke Prakash Se Hai Grihasti Maiyaji, Writer ✍️ #Halendra Prasad, हिन्दी भोजपूरी रिमिक्स भक्ति शक्ति आराधना भजन,
#Chamke Suraj Ke Prakash Se Hai Grihasti Maiyaji
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
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खेलेला धान खेतके बीच में आंख मिचौनी मईया जी
चमके सुरज के प्रकाश से हई गृहस्ती मईया जी
निले निले नभ में माई पवन झकोरा मारे
हसीं मुस्काई मेघ पानी के फुहारा मारे
सुन्दर सुन्दर धवल उजाला में चमकेला धान बाली
लह लह लहरेला जीवन के खुशहाली
मधु रस मतवाला भवारा पिए धान रस के
उड़ी उड़ी अठिलाला भौरा सूरज के प्रकाश में
खेलेला धान खेतके बीच में आंख मिचौनी मईया जी
चमके सुरज के प्रकाश से हई गृहस्ती मईया जी
धरती के हरियाली देखिके दिल खिल जाला
घर जाए के ना करे खेतवे सुहाला
हड़ हड़ गड़ गड़ बदरा बरसे बड़ी हो सुहावन
कजरी गावेला लोगवा झूला पर झुलवान
सखियां सहेली मिली भोला गीत गावेली
गउरा पार्वती गाव शिव के सुनावेली
गगन आकाश टूटी खूब लहरायेला
गंगा जी के पानी जईसन सबके लुभावेला
खेलेला धान खेतके बीच में आंख मिचौनी मईया जी
चमके सुरज के प्रकाश से हई गृहस्ती मईया जी
पवन के झकोरा से लह लहाला मोर मन हो
अखियां हसेला देखीके सावन के सफर हो
कोई जोगी बनीके जाला कोई कावर ढोवेला
बोल बम के नारा बोलीके गंगा जल ढारेला
अन धन मागे कोई कोई मांगे पालना
जोगी मांगे जोग शिव से माई मांगे लालना
भोले दानी महादानी देख इनकर लीला
भांग पी के सूतल बाड़े प्रेम के रंगीला
खेलेला धान खेतके बीच में आंख मिचौनी मईया जी
चमके सुरज के प्रकाश से हई गृहस्ती मईया जी
गीत =} #चमके सुरज के प्रकाश से हई गृहस्ती मईयाजी
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Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
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