सामान्य योग अभ्यासक्रम, स्कंध संचालन गीत, जीवन को स्वर्ग बनालो रे भाई, राईटर हलेन्द्र प्रसाद, Samany Yoga Abhyaskram,Skandh Sanchalan Geet,Jivan Ko Swarg Banalo Re Bhai, Writer Halendra Prasad,
गीत =} #जीवन को स्वर्ग बनालो रे भाई
Geet=} #Jivan Ko Swarg Banalo Re Bhai
Writer ✍️ #Halendra Prasad #CISF
BLOGGER=} 🙏♥️ #मेरी_आशिक़ी_मेरी_माँ ♥️🙏
🙏❤️ #Meri_Ashiki_Meri_Maa❤️🙏
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सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो
लेते लेते प्राण वायु को दोनो भुजा उठाओ
सिर से ऊपर उठे भुजा तो पंजे को ऊर्ध्व दिशा में लावों
प्राण वायु को छोड़ते छोड़ते सावधान अपनालो रे भाई
मन मंदिर में ध्यान करो तुम
अरे मन मंदिर में ध्यान करो तुम तन मन स्वथ बनालो रे भाई
सूरज पे ध्यान लगा कर जीवन को स्वर्ग बनालो रे भाई
सूरज पे ध्यान लगा कर जीवन को स्वर्ग बनालो रे भाई
सूरज पे ध्यान लगा कर
सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो
जैसे फौजी खड़ा होता है वैसे खड़े हो जाओ तुम
नजर टिकवो सूरज पे पलके ना झपकाओ तुम
दोनों भुजा को दोनों क्षेत्रों में एसे तुम फैलाओ
सामान्य रखो तुम कंधो से अंगुली को साथ मिलाओ
अब फोल्ड करो केहूनी से बाजू
अब फोल्ड करो केहूनी से बाजू कन्धे के साथ लगावो
चक्राकार घुमाओ ऊपर से श्वास को अंदर लाओ
छोड़ते जवावो श्वास को अपने केहुनी को नीचे लावों
छोड़ते जवावो श्वास को अपने केहुनी को नीचे लावों
सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो
केहुनि से स्पर्श करने को कोशिश करो तुम वक्ष स्थल को
भुजा को तन के साथ मिलाओ स्पर्श करो तुम तन मन को
आगेसे पीछेकी ओर क्रिया करो तुम घड़ी दिशा दोहराए
पीछेसे आगे की ओर लेजाओ उल्टी घड़ी दिशा बतलाए
प्राण वायु को भरते जावों केहुनि को ऊपर उठाओ
छोड़ते जावो प्राण वायु को केहूनी को नीचे लावों
छोड़ते जावो प्राण वायु को केहूनी को नीचे लावों
जैसे फौजी खड़ा होता है वैसे खड़े हो जाओ तुम
नजर टिकवो सूरज पे पलके ना झपकाओ तुम
नजर टिकवो सूरज पे पलके ना झपकाओ तुम
सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
सावधान में खड़ा होकर के सूरज से नजर मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो तन के साथ मिलालो रे भाई
दोनों हाथों को सीधा रखो
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