जिद्दी, Jiddi,
गीत=}#जिद्दी (#Jiddi)
#MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️ #मेरेगीत- ♥️♥️♥️👮♂️
गीत=}#जिद्दी (#Jiddi)
#Halendra Prasad #CISF
लबों की लाली लबों पे ठहर गए
हुस्न की दीवानी हुस्न से बिछड़ गए
जिद्दी जिगर कई बार थूकर चाटा
आँखो का दर्द होठों से निकल गए
अड़ा था जिद पे रूठा तो मनाया क्यों नहीं
मुसीबतों का कहर है तू सोया तो उठाया क्यों नहीं
डर लगता था तेरी खामोसियो से
बाहों में भर के सुलाया क्यों नहीं
खामोशियों का प्रेम गहराइयों को नाप नहीं पाया
जो मुकद्दर को सोचा वो गहराइयों को भाप नही पाया
ये अदालतों की नशीहत बड़ी महंगी है यार
दर्द दिलों को छोड़ कर पलको पे घर बनाया है यार
क्या बिगड़ पायेगा मेरा तेरे हुस्न का खुशामद
टूटा दिल तो सलाखों के पीछे आनन्द उठाएगा यार
बड़ी अजीब सी कहानी है दिल बिना आंख कान की दीवानी है
अपने हसरतो को हर दिल मत बनाओ खुशी मन की रवानी है
ख्यालों में बैठे हो तुम बिक जावोगे तिनको की भाँति
सपनों का एहसास सजालो आंखों में
वरना बिखर जावोगे दलहनों भांति
हम सच्चे सारथी है धड़कनों में जिगर की ख्वाब आती है
भुला दो सारी दुनिया को रातों दिन हमारी दिल दुखाती है
करवटें कब तक बदलू कुछ पैगाम सुनाओ तो चलूं
इतना गहरा राज क्यों छुपाए बैठे हो कुछ बातों तो चलू
तेरी मुस्कुराहटों में मेरी राज कैद हो गई कैसे तुझे बताऊं
थोड़ा चाबी तो घुमाओ यार
दिल के डगर पे रास्ता दिखावो तो यार
मेरी चाहतों को अंजाम बना लो और दिल को हजाम बनालों
तू राजा मैं रानी सफर के डगर पे मुस्कुराओ तो चालू
गीत=}#जिद्दी (#Jiddi)
#Halendra Prasad #CISF
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