हिन्दी भक्ति देवी मां गीत, उड़ा कर खुशियों का दौलत जीवन भर जंग लड़ते मां, Hindee bhakti devee maan geet, uda kar khushiyon ka daulat jeevan bhar jang ladate maan,
गीत=}#उड़ा_कर_खुशियों_का_दौलत_जीवन_भर_जंग_लड़ते_
मां
#Uda_kar_khushiyon_ka_daulat_jeevan_bhar_jang_ladate_Maa
#MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️ #मेरेगीत- ♥️♥️♥️👮♂️
#Halendra Prasad #CISF
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
मिजाजो को काबू करके मेरे दिल को सुहाता हैं
मेरे दिल को सुहाता हैं
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
मामामुली सी चीजों में मां मिलती है खुशियां मुझको मां
हमसे ज्यादा गिरी हालात गरीबों का मेरी सुन मां
गुजारा कैसे करते है जीवन भर गम को सहते है
उड़ा कर खुशियों का दौलत जीवन भर जंग लड़ते मां
जीवन भर जंग लड़ते मां
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
मिजाजो को काबू करके मेरे दिल को सुहाता हैं
मेरे दिल को सुहाता हैं
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
तुलना उनकी करो मईया मेरे जैसा नहीं उनकी कोई नईया
तुलना उनकी करो मईया मेरे जैसा नहीं उनकी कोई नईया
मानो अब बात मेरी मां हमारे जैसा ललाईत लाल
कड़ोरो दुनिया में मजदूर दुखी परेशान है वो दूत
चिन्ता चतुराई उनकी मां मारे महंगाई उनको मां
मारे महंगाई उनको मां
निर्धन है आज भी वो लोग मचाए दुनिया में खूब शोर
संसार में काम ना मिलता पेटो का भूख नहीं मिटता
लगाते आंसुओं का मेला दिखाते पापी पेट का खेला
दिला दो उनकी उनका हक हटा दो आंखों वो खल
हक हटा दो आंखों वो खल
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
मिजाजो को काबू करके मेरे दिल को सुहाता हैं
मेरे दिल को सुहाता हैं
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
बना दो भाग्य अब उसकी खिला दो काल अब उनकी
बड़ी कष्टों से जीते वो जहर को पानी कहते वो
भूले है मार्ग अपनी मां दुखी लालसा का है अभिसाप
सुखी है धन का कोहराम निर्धन है दिल का अभिराम
निर्धन है दिल का अभिराम
मैने देखा है सुख को साधन सम्पन्न रूप को
तुलना किया जब उनसे मैं दरिद्रता मेरे हिस्से क्यों
लिखी जो किस्मत मेरी मां पीड़ित परेशान है सौभाग्य
समस्या कैसे कहते लोग संतोष पे असंतोष आंधी आया है
असंतोष आंधी आया है
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
मिजाजो को काबू करके मेरे दिल को सुहाता हैं
मेरे दिल को सुहाता हैं
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
लगी है ललसा मेरी मां काबू में दिल ना आता है
काबू में दिल ना आता है
गीत=}#उड़ा_कर_खुशियों_का_दौलत_जीवन_भर_जंग_लड़ते_
मां
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