धूप में छांव, हिन्दी सैंड गीत, Dhup Me Chhaw, Hindi Sad Song,
MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️मेरेगीत- ♥️♥️♥️👮♂️
गीत -: धूप_में _छाव (Dhup_Me_Chhaw)
Halendra Prasad CISF
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जुल्फ बनके भी उनसे बिछड़ जाती हु
धूप ऐसा हुआ छाव बनके भी
उनसे बिखर जाती हु
मैंने पूछा जब उनसे जी रहे हो तुम कैसे
नम थी आंखे उनकी पर हवा बोल रहे थे
याद बन के तो वो भी जुदा हो रहे थे
जुल्फ बनके भी उनसे बिछड़ जाती हु
धूप ऐसा हुआ छाव बनके भी
उनसे बिखर जाती हु
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नज़र आता ना मुझको वो चेहरा तेरी
बस तूही है मेरी आत्मा की छड़ी
नजर से उतर गई चेहरा मेरी
तितिली बनकर जिगर से तुम उड़ जाते हो
साम होते ही दिल के भीतर आते हो
मुझको पाता ना था ये सितम ढा रहा है
जिंदगी के सफर में कुछ नया छा रहा है
जुल्फ बनके भी उनसे बिछड़ जाती हु
धूप ऐसा हुआ छाव बनके भी
उनसे बिखर जाती हु
जुल्फ बनके भी उनसे बिछड़ जाती हु
धूप ऐसा हुआ छाव बनके भी
उनसे बिखर जाती हूं
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मुझको पाता ना था ये है कैसा कहर
मन ना लगता मेरी अब तो दिखता शहर
दिल तो बुरी तरह से धड़कता रहा
साम उसका जो था
याद बनके आंखो में फड़कता रहा
नीद आती नही रात जाती नही
वो सितम ढा रही है कुछ सुनाती नही
जुल्फ बनके भी उनसे बिछड़ जाती हु
धूप ऐसा हुआ छाव बनके भी
उनसे बिखर जाती हु
जुल्फ बनके भी उनसे बिछड़ जाती हु
धूप ऐसा हुआ छाव बनके भी
उनसे बिखर जाती हु
जुल्फ बनके भी उनसे बिछड़ जाती हु
धूप ऐसा हुआ छाव बनके भी
उनसे बिखर जाती हु
MereGeet- ❤️❤️❤️👮♂️मेरेगीत- ♥️♥️♥️👮♂️
गीत -: धूप_में_छाव (Dhup_Me_Chhaw)
Halendra Prasad CISF
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